27 May 2016

आज का बंजारा नामा

तू फोन और टेबलेट छोड़ मिया
क्यों हर पल चिपका रहता है

क्यों रहता है उस दुनिया में
क्यों जाल में उलझा रहता है


जब असली नाते लोग यहाँ
तो वहा पे तू क्या पावेगा

सब एप्प पड़ा रह जावेगा
जब इंटरनेट ना होवेगा


क्या क्या मंगवाएगा तू अब जब
सब कुछ तो ऑनलाइन मिलता है

चंद पैसे बचाने के लिये
घंटो डीलें खोजा करता है

क्या flipkart ebay snapdeal और
amazon myntra olx

सब एप्प पड़ा रह जावेगा
जब इंटरनेट ना होवेगा


कुछ ज्ञान ना आवेगा तुझको
तू क्या क्या यु पढ़ पावेगा

पुस्तक पढ़ने का धैर्य नहीं
मंथन तू कब कर पाएगा

क्या google, ted talk, coursera
क्या youtube, udacity और Quora

सब एप्प पड़ा रह जावेगा
जब इंटरनेट ना होवेगा


जो दोस्त है तेरे, अपने है
वह तो मिले न अरसो में

जिन से न कभी पहचान हुई
उनके दर्शन हो हर पल में

क्या facebook twitter google plus
क्या whatsapp में जी पावेगा

सब एप्प पड़ा रह जावेगा
जब इंटरनेट ना होवेगा

सब एप्प पड़ा रह जावेगा
जब इंटरनेट ना होवेगा